Chhatrapati shivaji terminus information
भारत के 38th world heritage site in india में से एक छत्रपति शिवाजी टर्मिनल, जिसे विक्टोरिया टर्मिनल के नाम से भी जाना जाता है। या भारत का एकमात्र रेलवे स्टेशन है, जिसे 38th world heritage site in india में शामिल किया गया है। छत्रपति शिवाजी टर्मिनल भारत के महाराष्ट्र राज्य के मुंबई शहर में स्थित है। CSTM के नाम से भी जाना जाता है। Chhatrapati Shivaji terminus मुंबई शहर का एकमात्र रेलवे स्टेशन है जो गौथिक कला के द्वारा बनाया गया था। छत्रपति शिवाजी टर्मिनल का मूलभूत संरचना 1878 में ही बनकर तैयार हो गया था। लेकिन इसका निर्माण 1887 में संपूर्ण हुआ था। छत्रपति शिवाजी टर्मिनल को 1997 में यूनेस्को विश्व विरासत स्थल में शामिल किया गया था। जो अपने डिजाइन और कला के लिए भी प्रसिद्ध है। |
छत्रपति शिवाजी टर्मिनल 38th world heritage site in india में से एक है जो वर्तमान में मध्य रेलवे में स्थित है। यह देश के सभी राज्यों से रेलवे लाइन के माध्यम से जुड़ा हुआ रेलवे स्टेशन है, जिसके द्वारा देश के कोने-कोने से लोग अपने गंतव्य स्थान तक आ जा सकते हैं।
Chhatrapati Shivaji Maharaj terminus history- छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनल का इतिहास
Chhatrapati Shivaji terminus (CSTM) को विक्टोरिया टर्मिनस के नाम से भी जाना जाता है इसकी स्थापना सन 1853 में एक रेलवे स्टेशन के रूप में की गई थी, जिसका नाम बोरीबंदर रेलवे स्टेशन था। भारत की पहली ट्रेन इसी स्टेशन बोरीबंदर से थाने के बीच में 1853 में चलाई गई थी। बोरी बंदर रेलवे स्टेशन को सन 1878 में महारानी विक्टोरिया की स्वर्ण जयंती के अवसर पर इसका नाम बदलकर विक्टोरिया टर्मिनस रेलवे स्टेशन रखा गया, तथा इसका पुनर्निर्माण करने का फैसला लिया कर लिया गया था। जिसे पूर्ण रूप से सन 1887 में विक्टोरिया टर्मिनस का दर्जा मिला। विक्टोरिया टर्मिनस को बनने में कुल 10 वर्ष का समय लगा जो 1996 में पूर्ण रुप से बनकर तैयार हुआ था। जिसका नाम 1996 में विक्टोरिया टर्मिनस से बदलकर Chhatrapati Shivaji terminus कर दिया गया था। जिसे जुलाई 2017 में छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनल कर दिया गया था। Chhatrapati Shivaji terminus के वास्तुकार एफ डब्ल्यू स्टीवंस थे। इसे बनाने में कुल 1613863 रुपए की लागत लगी थी।Chhatrapati Shivaji Maharaj terminus Architecture in hindi - छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस आर्किटेक्चर
Chhatrapati Shivaji terminus की वस्तु कला का मुख्य भाग विक्टोरियन गोथिक शैली की वस्तु कला है। इसमें भारतीय वास्तुकला और विक्टोरियन इटालियन गोथिक वस्तु कला भी शामिल है। इसमें बुर्ज और जटिल नक्काशी द ग्राउंड अपने आप में एक बहुत ही अद्भुत कला को प्रदर्शित करती है। शिवाजी महाराज टर्मिनस के अंदर बहुत विशाल कमरे बने हुए हैं। अष्टकोण में टर्मिनस है जिसके संरचना ribd के द्वारा दिखाई गई है। इसके अलावा यहां कई वस्तु कला हैं, जो आकर्षण का केंद्र हैं जैसे एक महिला के दाहिने हाथ में रखी मशाल और उसके बाएं हाथ में प्रवक्ता के साथ एक पहिया।
आप Chhatrapati Shivaji terminus के जैसे मुख्य द्वार पर पहुंचेंगे आपको एक शेर और एक बाघ की प्रतिमा दिखाई देगी। जो भारत और ब्रिटेन को प्रदर्शित करती है। यह टर्मिनस पूर्ण रूप से सैंड स्टोन, चूना पत्थर और इतावली संगमरमर से निर्मित है। जिससे इसकी वस्तु कला बहुत ही आकर्षक दिखाई देती है। इस स्टेशन पर रात को बहुत ही आकर्षित लाइट जला दी जाती है जिससे इसकी सुंदरता देखने में बनती है और यहां पर कई बॉलीवुड मूवी की शूटिंग भी की गई है।
chhatrapati shivaji terminus information basic - छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस जानकारी
छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस को 20 मई 2020 कोपूरे 132 वर्ष पूरे हो गए हैं जिसे पहले विक्टोरिया टर्मिनस के नाम से bhi जाना जाता था जो अब Chhatrapati Shivaji terminus के नाम से प्रसिद्ध है। अगर इसकी दिलचस्प बातों की बात की जाए तो आपको बता दें कि भारत में ताजमहल के बाद सबसे ज्यादा शिवाजी महाराज टर्मिनस की ही फोटो खींची जाती है।शिवाजी महाराज टर्मिनस में1929 में 10.4 लाख रुपए की लागत से 6 प्लेटफार्म बनाए गए थे। जिसके बाद कोई प्लेटफार्म की संख्या 13 हो गई थी इसके बाद सन 1994 में दो और प्लेटफार्म का निर्माण किया गया जिसके बाद platform की संख्या कुल 15 हो गई थी इसके बाद तीन और प्लेटफार्म का निर्माण किया गया जिसके बाद छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस में कुल 18 प्लेटफार्म मौजूदा समय में है। सन 2018 में प्लेटफार्म नंबर अट्ठारह के बगल में एक विरासत गली का निर्माण करवाया गया था जिसमें जीआईपी हेरिटेज, इलेक्ट्रिक लोको , सर लेजली विल्सन व अन्य विरासत वस्तुएं बनाई गई हैं। Chhatrapati Shivaji terminus के शताब्दी वर्ष पूरे होने पर एक डाक टिकट जारी किया गया था। तथा 2013 में इस भवन के 125 वर्ष पूरे होने पर एक विशेष डाक टिकट जारी किया गया था।
Chhatrapati Shivaji Maharaj terminus nearest tourist place - छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनल के पास के पर्यटन स्थल
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2. Gateway of India Mumbai - गेटवे ऑफ इंडिया मुंबई
गेटवे ऑफ इंडिया भारत के मुंबई शहर में स्थित है जो पर्यटकों के लिए बहुत ही आकर्षण का केंद्र है यह अपोलो वंडर वॉटरफ्रंट में स्थित है जिसका निर्माण 1924 में प्रसिद्ध वस्तुकार जॉर्ज विटेट द्वारा किया गया था यह जॉर्ज पंचम और क्वीन मैरी के मुंबई यात्रा के दौरान बनाया गया था। यदि आप Chhatrapati Shivaji terminus महाराष्ट्र me जाते हैं तो आप जुहू बीच जरूर जाएं।3. Ellora caves maharastra - एलोरा की गुफाएं महाराष्ट्र
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Intresting facts of Chhatrapati Shivaji Maharaj terminus - छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस के मुख्य तथ्य
- छत्रपति शिवाजी महाराष्ट्र नलका सबसे पहला नाम बोरीवली रेलवे स्टेशन था।
- भारत की सबसे पहली ट्रेन बोरीवली से थाने तक 1853 में चलाई गई थी।
- Chhatrapati Shivaji terminus को यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल में 1997 को शामिल किया गया था।
- छत्रपति शिवाजी टर्मिनल का निर्माण 1878 से 1887 के बीच में किया गया था। इसे बनाने में कुल 1613863 रुपए की लागत आई थी।
- बोरीवली स्टेशन का नाम 1996 में बदलकर छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस कर दिया गया था।
- Chhatrapati Shivaji terminus 20 मई 2020 को 132 वर्ष पूरे हो गए हैं।
- छत्रपति शिवाजी टर्मिनल में कुल 18 प्लेटफार्म है।